इंदौर में मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा
भोपाल और इंदौर में मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। भोपाल में पहले ट्रायल और लोकार्पण होगा, वहीं स्थानीय दिक्कतों के चलते इंदौर में तीन महीने बाद लोग मेट्रो की सवारी कर सकेंगे। इंदौर में दिसंबर 2023 तक मेट्रो का ट्रायल हो जाएगा।
मप्र मेट्रो ट्रेन कॉर्पोरेशन के एमडी मनीष सिंह ने पिछले दिनों कोच खरीदी, पटरियां बिछाने से लेकर अन्य महत्वपूर्ण टेंडरों को मंजूरी दी है। इंदौर और भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 156 कोच की खरीदी की जाएगी, जिसमें से इंदौर के लिए 75 और भोपाल के लिए 81 कोच होंगे।
इंदौर मेट्रो ट्रेन प्रायोरिटी कॉरिडोर में गांधी नगर से लेकर रेडिसन-रोबोट चौराहे तक का काम तेजी से चल रहा है। इसकी लंबाई 17.2 किलोमीटर है, जिसमें 5.9 किमी का काम पहले पूरा होगा। 11.6 किमी का काम बाद में होगा। गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर के बीच में 5 किलोमीटर रूट पर सितंबर 2023 में मेट्रो ट्रेन चलाकर ट्रायल किया जाएगा। इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने में फिलहाल अधिकारी जुटे हैं। सिविल कंस्ट्रक्शन के जनरल मैनेजर केसी चौहान ने बताया कि गांधी नगर से रेडिसन स्टेशन तक कुल 17.2 किमी के 16 स्टेशन हमारी प्राथमिकता है। गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर तक 5 किलोमीटर में हम सितंबर 2023 तक 6 स्टेशन का काम काम पूरा कर लेंगे। यह नॉन कॉमर्शियल सर्विस रहेगी। रेपर मेट्रो का ट्रायल होगा। ट्रायल के बाद 2024 में 16 स्टेशन से मेट्रो लोगों के लिए चालू करेंगे। उम्मीद है कि फरवरी-मार्च 2024 तक सबके लिए मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाएगी। इसकी रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।