नरोत्तम और शिवराज की लड़ाई में मुझ पर कार्रवाई हुई
पटवारी ने कहा- नरोत्तम मिश्रा इस तरह की बातें कर रहे हैं। झगड़ा तो शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा के बीच में है। ये लड़ाई शिवराज जी के खिलाफ नरोत्तम मिश्रा ने छेड़ी है। हमारा रोल तो जनता के लिए है। जो बातें नरोत्तम मिश्रा बोलते हैं, इसका मतलब है कि वो शिवराज जी को क्रिटिसाइज करते हैं। ये उनकी आपसी लड़ाई में सदन का दुरुपयोग हो रहा है। उनकी आपसी लड़ाई में मेरा निलंबन हुआ है। बीजेपी की आपसी लड़ाई दूसरे के माथे फोड़ रहे हैं। आपस में सभी डाकू लड़ रहे हैं।
निलंबन पर सवाल उठाते हुए जीतू पटवारी ने कहा- मैंने जो बोला, वही लिखकर दिया है। वही प्रश्नों में भी है। उन्हीं बातों पर मैं अब भी कायम हूं। अगर कोई गलती होती, तो कल ही खेद व्यक्त कर देता। मैंने जो कहा, वो संविधान के अनुरूप, पार्टी के अनुरूप कहा। संयमित भाषा में सही शब्दों में कहा। कोई गलती नहीं की।
नरोत्तम मिश्रा और शिवराज जी के झगड़े का खामियाजा प्रदेश भुगत रहा है। अध्यक्ष जी उसका मोहरा बन रहे हैं। अध्यक्ष जी ने जो किया, वो अलोकतांत्रिक तरीके से नियम विरुद्ध ढंग से किया। पार्टी का निर्णय मेरा निर्णय है। कमलनाथ जी, नेता प्रतिपक्ष और पार्टी जो निर्णय करेगी, मैं उसे मानूंगा।