मोदी जी भोपाल आ रहे हैं, कुछ करना है क्या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अप्रैल को जब भोपाल पहुंचे तो इस बार सड़क पर सिर्फ सिक्योरिटी थी। सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस कुछ ज्यादा ही अलर्ट थी। प्रधानमंत्री आएंगे तो सिक्योरिटी तो होगी ही, लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं थी। मोदी का काफिला जहां-जहां से होकर गुजरने वाला था, वहां मकानों-दुकानों के दरवाजे– खिड़कियां तक बंद करवा दिए गए थे।
मोदी पहले भी आए हैं, लेकिन ऐसी सुरक्षा कभी महसूस नहीं हुई। दोपहर के 3.15 बजे जब मोदी का काफिला मिंटो हाल से रानी कमलापति स्टेशन के लिए रवाना हुआ तो सड़कों पर खड़े पुलिसकर्मी भी बैरिकेड के दूसरी तरफ खड़े हो गए थे। मोदी पुलिस कंट्रोल रूम तिराहे, व्यापमं चौराहे होकर 6 नंबर होते हुए रानी कमलापति स्टेशन पहुंचे, जहां-जहां से मोदी का काफिला गुजरने वाला था, वहां घंटे भर पहले ही पुलिसवाले दरवाजे बंद करवा चुके थे। पत्रकारों को भी फोटो-वीडियो बनाने से रोक दिया गया।
पुलिस किस कदर चौकस थी इस बात को समझने के लिए ये काफी है कि एक दिन पहले एक वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज डिस्प्ले हुआ। इसमें लिखा था कि मोदी जी भोपाल आ रहे हैं, कुछ करना है क्या… सुरक्षा एजेंसियों ने अगले 1 घंटे बाद उस युवक का पता ढूंढ निकाला, वो निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर तहसील के हीरापुर गांव का लड़का था। उस लड़के का 1 अप्रैल को भोपाल में पटवारी का एग्जाम था। पुलिस ने उसे घर से दबोच लिया।