क्यों टूटीं महाकाल महालोक की मूर्तियां
श्री महायोग शनि अनुसंधान सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्जवलित कर प्रेम परमार गुरुजी एवं महामंडलेश्वर अमृतानन्द सागर महाराज ने की। ज्योतिषाचार्य एमके जैन ने कहा कि वर्तमान दौर में आकाश मंडल में जो ग्रह योग बन रहे हैं, उसमें मेष राशि में राहु और गुरु एक साथ बैठे हुए हैं। राहु और गुरु जब भी एक साथ बैठे होते हैं तो इसे गुरु चांडाल योग कहा जाता है।
इस योग में प्राकृतिक आपदाएं आती हैं। गुरु आध्यात्मिकता के प्रतीक हैं तो आध्यात्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। यह भविष्यवाणी पिछले सम्मेलन में भी की गई थी। उज्जैन में महाकाल लोक में जो मूर्तियां टूटी हैं, उस प्राकृतिक आपदा का कारण गुरु चांडाल योग है। आए दिन प्राकृतिक आपदा की खबरें आ रही हैं।
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