नाइट कल्चर पर करें नियंत्रण
पिछले दिनों नशे को लेकर एक स्कूली छात्र की हत्या होना चिंता बढ़ाती है। ऐसे में नई पीढ़ी खासतौर से स्कूल-कॉलेज विद्यार्थियों में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति रोकना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि शहर को रात 10 बजे बंद करके सुबह 6 बजे खोलने की अनुमति दी जाए। नशा बेचने वालों पर कानून का सख्ती से पालन हो। डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा मंगलवार को आयोजित महिला बुद्धिजीवियों की बैठक में ऐसे कई सुझाव सदस्यों ने दिए। युवाओं में बढ़ती नशे की स्थिति पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. रेणु जैन एवं बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. निशा दुबे ने की।
- प्रारंभ में फाउंडेशन के आलोक खरे ने कहा इस समय नई पीढ़ी में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति चिंता का विषय है।
- कुलपति डॉ. रेणु जैन ने कहा नई पीढ़ी में नशा क्यों पनप रहा और इसे नशे से कैसे दूर किया जा सकता, इन दोनों विषयों पर हमें सोचना होगा।
- पूर्व पार्षद विनीता धर्म ने कहा हम अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने के अलावा उनके साथ अपनी दूरी मिटाने पर काम करें। स्कूल की पीटीएम में हमें बच्चों और उनके माता-पिता से नशे की प्रवृत्ति रोकने पर चर्चा करें।
- समाजसेविका सुमन ज्ञानी ने कहा नशे की यह स्थिति इंदौर को 24 घंटे चालू रखने के कारण है। रात 10 बजे बंद कर सुबह 6 बजे खोला जाना चाहिए।
- डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने कहा मैंने मूसाखेड़ी के एक स्कूल में 11 साल के बच्चे को नशा करते देखा था। उसके बाद से इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए काम कर रही हूं।
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