मेट्रो आम यात्रियों के लिए जून 2024 में
मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत आम यात्रियों के लिए ट्रेन का संचालन जून 2024 में प्रस्तावित है, इसलिए सितंबर तक ट्रायल किया जा रहा है ताकि सेफ्टी सर्टिफिकेट मिल सके। इंदौर में कुल 31.46 किमी पर मेट्रो का काम चल रहा है। फिलहाल रोबोट चौराहे पर 17.5 किमी के कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है।
गाड़ी सहित डिब्बे की कुल लंबाई 32 मीटर व ऊंचाई 5.50 मीटर थी। इस वजह से ऐसे रूट का चयन किया जहां ज्यादा पेड़, हाईटेंशन लाइन या बिजली की तार ना हों। ऐसा रास्ता ढूंढा जहां घाट का चढ़ाव ज्यादा नहीं हो। इसके लिए कंपनी तीन माह सर्वे कराया और रूट मैप बनाया।
वडोदरा से तीनों कोच लेकर गाड़ियां पहले हिम्मत नगर गईं। वहां से उदयपुर, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर, जावरा, रतलाम, धार बायपास होते हुए इंदौर पहुंचे। गांधी नगर डिपो तक कुल 900 किमी का सफर तय किया। अधिकतम स्पीड 20 किमी प्रति घंटा रखी गई।
औसतन 90 किमी से 120 किमी की दूरी एक दिन में तय की। किसी भी तरह के नुकसान, खतरे से बचने के लिए रात में गाड़ी चलाने की मनाही थी। एक गाड़ी में ड्राइवर सहित तीन लोगों का स्टाफ था। यानी तीन गाड़ियों को 9 लोग लेकर आए। आकस्मिक स्थिति में एक अतिरिक्त ड्राइवर था। ट्रांसपोर्ट कंपनी के 10-12 लोगों का स्टाफ भी साथ चल रहा था।