सब्जियां महंगी होने से बढ़ी महंगाई दर

आरबीआई गवर्नर ने इंदौर आने की वजह बताते हुए कहा कि आरबीआई ने इस यूनिवर्सिटी के साथ इंटरेक्शन नहीं किया था, इसलिए मैंने प्लान किया। मकसद यह है कि आप जान पाएंगे पॉलिसी बनाते समय कैसे सोचा जाता है। कैसे डिसीजन लिए जाते हैं। हम भी कोशिश करते हैं कि ग्राउंड रियलिटी के बारे में समझकर पॉलिसी बनाई जा सके।
महंगाई पर उन्होंने कहा कि इकोनॉमिक स्टेबिलिटी के बारे में बात करेंगे तो महंगाई दर अगस्त में 7.4 प्रतिशत रही। यह सब्जियों के दाम के कारण बढ़ी। टमाटर के भाव 200 गुना बढ़ गए थे। मौसम की वजह से सब्जियों के दाम बढ़े, लेकिन पहले कि तुलना में महंगाई अब कंट्रोल में है। सब्जियों में खासकर टमाटर के भाव गिरे हैं। टमाटर सही दाम में सभी को उपलब्ध हो सके, इस पर सरकार का खास ध्यान है। बासमती चावल उपलब्ध कराने के लिए भी एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई गई। अगस्त की महंगाई दर ऊपर रही, लेकिन सितंबर में महंगाई दर कम रहे इस पर सरकार का जोर है।