शिवराज और कमलनाथ में ठनी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर पहुंचे यहां उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा ‘विपक्ष की एकता का निष्कर्ष क्या है. मैंने तो एक ही सुना कि लालू यादव जी कह रहे हैं कि तुम्हारी मम्मी बहुत शिकायत करती है कि तुम शादी नहीं कर रहा है शादी कर लो दूल्हा बन जाओ बारात में हम आएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका कोई ठिकाना ही नहीं है. जैसे जब भारी बाढ़ आती है तो जान बचाने के लिए कई जीव जंतु एक पेड़ पर चढ़ जाते हैं. एक ही पेड़ पर आप देखेंगे कि मेंढक भी है सांप भी है बंदर भी है.क्योंकि नीचे बाढ़ का पानी है? मोदी जी के समर्थन लोकप्रियता की ऐसी बाढ़ है कि यह सब एक पेड़ पर चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.’
कमलनाथ ने ट्वीट किया ‘शिवराज जी आज आपने एक बार फिर राजनीति में शब्दों की मर्यादा तार-तार कर दी. आपने विपक्ष को सांप, मेंढक और बंदर कहा. पिछले कई दिन से आप रह-रह कर अपशब्दों और स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. आपकी यही भाषा और यही भावना जनता में आपके प्रति नफरत पैदा कर रही है. आप जब हमें सांप कहेंगे तो जनता हमें भगवान शिव का कंठहार समझेगी. कमलनाथ ने कहा कि जब आप हमें बंदर कहेंगे तो जनता हमें भगवान राम की वह वानर सेना समझेगी जिसने रावण की पाप की लंका ध्वस्त कर दी थी. आप गाली-गलौज करते रहिए लेकिन हम सत्य और मर्यादा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आपको सद्बुद्धि और सहिष्णुता दे.