ऐसी फिल्में थिएटर में ही देखी जाती हैं
अवतार 2 के डायरेक्टर जेम्स कैमरून का मानना है कि अवतार 2 को मोबाइल पर देखना एक खराब आइडिया है। उन्होंने कहा है कि घर पर बैठ कर बड़े टीवी के सामने एक अच्छे साउंड इफैक्ट्स से साथ फिल्म देखना एक बेहतर अनुभव हो सकता है लेकिन मोबाइल पर देखना कही से बेहतर विजुअल एक्सपीरियंस नहीं हो सकता है।
जेम्स कैमरून का कहना है कि उन्होंने ये फिल्म थिएट्रीकल एक्सपीरियंस के लिए बनाई है इसलिए फिल्म का असली मजा थिएटर में ही देखने पर है।
जेम्स कैमरून नहीं चाहते थे कि उनकी फिल्म अवतार 2 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम हो। उन्होंने कहा, ‘लोग इस फिल्म को थिएटर में देखने के लिए बेताब थे। जब आप घर पर ऐसी फिल्मों को देखते हैं तो वो चीज अनुभव नहीं कर पाते जो आप थिएटर में देख के कर सकते हैं।
घर पर बैठ कर लोग इमोशनल नहीं होते जबकि थिएटर में बैठ कर रोने भी लगते हैं। थिएटर में फिल्म देखना एक इमोशन होता है जो और किसी जरिए नहीं मिल सकता।’