तीर लगने का डर ‘आदिवासी’ ड्रेस में इंदौर पुलिस
इंदौर में चार दिन पहले आतंक मचाने वाली चड्डी बनियान गैंग तक पहुंचने के लिए पुलिस को दो दिन आदिवासी भेष में रहना पड़ा। रात में डकैत लोगों पर तीरों से हमला करते हैं, इसलिए पुलिस ने सुबह तक इंतजार किया। आखिरकार 16 जुलाई की रात को गैंग का एक सदस्य पाकिया पुत्र करण भूरिया पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पाकिया ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।
पुलिस टीम ने पांच दिन की मेहनत के बाद CCTV फुटेज और मोबाइल डाटा की मदद से पाकिया को गिरफ्तार किया है। पाकिया अपनी बोलेरो गाड़ी से पूरी गैंग को अलीराजपुर और दाहोद बॉर्डर से इंदौर तक लाया था। गैंग में करीब 15 सदस्य हैं। बदमाशों को किराए पर लाया जाता है। काम पूरा होने के बाद उन्हें अच्छा पैसा देकर वापस भेज देते हैं। वे बॉर्डर एरिया में टीले पर घर बनाकर पुलिस पर नजर रखते थे। बायपास की कॉलोनियों को ही निशाना बनाते थे, ताकि वारदात करके आसानी से फरार हुआ जा सके। पाकिया ने गैंग के अन्य मेंबर्स के नाम भी बताए हैं। उनकी तलाश की जा रही हैं।