25 कमरों के बंगले में रहते थे भगवान दादा बर्बाद हुए तो चॉल में रहे
बॉलीवुड में राजा से रंक और रंक से राजा बनने के कई किस्से मशहूर हैं. पुराने दौर के कई बड़े स्टार्स ने अपना आखिरी समय गरीबी में बिताया, लेकिन किसी ने उतनी गरीबी नहीं देखी थी, जितनी 1940 और 1950 के दशक के सुपरस्टार ने देखी थी. वे कभी भारत के सबसे अमीर एक्टर थे, लेकिन फिर उनकी जिंदगी में ऐसा खराब वक्त आया कि वे मुंबई की एक जर्जर चॉल में रहने को मजबूर हो गए. उनका नाम है भगवान दादा. भगवान दादा एक्टर और डायरेक्टर बनने से पहले, एक मिल में मजदूरी करते थे. वे अपनी लो बजट फिल्मों और अनोखे डांस स्टाइल की वजह से लोकप्रिय हुए थे. वे रेसलिंग कम्यूनिटी के बीच भगवान दादा के नाम से मशहूर थे. यही नाम फिल्मी दुनिया में भी खूब लोकप्रिय हुआ. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे अपने पिता की तरह मुंबई की टैक्सटाइल मिल में काम करते थे, लेकिन फिल्मस्टार बनने का सपना देखते थे.
कहते हैं कि भगवान दादा को जुए और शराब की बुरी लत थी. वे 50 के दशक के आखिरी सालों में सफलता को दोहरा नहीं सके. वे कर्ज में डूब गए. भगवान दादा कैरेक्टर रोल करने लगे. काम सीमित था, तो उन्हें मजबूरी में अपनी कारें और घर बेचने पड़े और मुंबई के दादर की एक खस्ताहाल चॉल में रहने लगे. उनका 2002 में 89 साल की आयु में हार्ट अटैक से निधन हो गया था. वक्त के साथ फिल्म इंडस्ट्री ने भी उन्हें भुला दिया