कांग्रेसमुक्त भारत का नारा दिया और पूरी BJP कांग्रेसयुक्त कर दी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रयोगशाला कहे जाने वाले मालवा-निमाड़ के कुछ पूर्व प्रचारकों ने कट्टर हिंदुत्व के एजेंडे पर अलग पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। आज इसे लेकर भोपाल में बड़ी बैठक बुला ली गई है। इसी के साथ पार्टी का रजिस्ट्रेशन सहित अन्य घोषणाएं हो सकती हैं। इस नई पार्टी काे लीड करने जा रहे अधिकतर लोग संघ बैकग्राउंड के हैं। नई पार्टी का नाम जनहित पार्टी हो सकता है।
कुशाभाऊ ठाकरे से लेकर प्यारेलाल खंडेलवाल, कृष्णमुरारी मोघे, माखन सिंह चौहान और अरविंद मेनन जैसे संगठन मंत्रियों ने मालवा-निमाड़ को बीजेपी का गढ़ बनाया था। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो आरएसएस के लिए हिंदी भाषी बेल्ट में मध्य प्रदेश और खासतौर पर मालवा-निमाड़ हमेशा गढ़ जैसा रहा। तमाम दिग्गज संघ नेता यहां पर प्रयोग कर चुके हैं। 2003 में दिग्विजयसिंह के खिलाफ फायर ब्रांड नेता उमाभारती भी इसी कारण से भगवा ब्रिगेड के साथ एकतरफा सरकार लाई थी। उसके बाद 15 साल तक बगैर किसी दिक्कत सरकार चलती रही। इसकी वजह तमाम एंटी इनकम्बैंसी के बावजूद संघ का मजबूत वोट बैंक यहां सरकार बनाने में हमेशा साथ देता रहा। यही वजह है कि पार्टी बनाने वालों ने भी इसकी शुरुआत मध्य प्रदेश से की है। यहीं पूरी रूपरेखा बन रही है।
इन मुद्दों के लिए बना रहे पार्टी
– बांग्लादेशी घुसपैठियों का देश से निष्कासन।
– दुनियाभर से प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदुओं को देश की नागरिकता दिलाना।
– अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकार (धारा 30) को समाप्त करना।
– राजनीति से अपराधियों को बाहर करना।
– सरकारी स्कूलों में निःशुल्क उच्च स्तरीय पढ़ाई और सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क बेहतर इलाज दिलाना।
– बच्चों को महंगी कोचिंग से मुक्ति दिलाना।
– नशे, अपराध, महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता को राहत दिलाना।
– सरकारी नौकरियों में ईमानदार व्यवस्था बनाना, युवाओं के लिए रोजगार सृजित करना।
– सरकारी दफ्तरों, थानों में आम आदमी को मजबूत बनाना।
– प्रकृति की सुरक्षा तय करना