मुस्लिमों को यवन सर्प कहते थे RSS प्रमुख हेडगेवार
भारत के मुस्लिम यवन सर्प हैंः हेडगेवार
1925 से 1940 तक RSS प्रमुख रहे हेडगेवार के बयान का एक हिस्सा…
‘खिलाफत आंदोलन के दौरान हिंदू-मुस्लिम भाई भाई का नारा भले ही आकाश में गूंज रहा हो, लेकिन हकीकत में इसकी संभावना कम हो रही है। इसकी वजह है कि खिलाफत आंदोलन में भाग लेने वाले मुस्लिमों ने अपनी मातृभूमि से अधिक अपने धर्म के प्रति वफादारी दिखाई है।’
केशवराव बलिराम हेडगेवार की जीवनी लिखने वाले सी.पी. भिषिकर के मुताबिक हेडगेवार मुस्लिमों को यवन सर्प कहते थे। यह शब्द राष्ट्र विरोधी विदेशियों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
1940 से 1973 तक RSS प्रमुख रहे गोलवलकर के भाषण का एक हिस्सा…
‘भारत का पिछले 1200 साल का इतिहास धार्मिक युद्ध का इतिहास रहा है, जिसमें हिंदुओं को खत्म करने की कोशिश की गई। 1200 साल पहले जब से मुस्लिमों ने इस धरती पर कदम रखा है, उनका एकमात्र मकसद पूरे देश का धर्मांतरण करना और उसे अपना गुलाम बनाना रहा है।’
माधवराव सदाशिव गोलवलकर के ‘बंच ऑफ थॉट्स ’ किताब में लिखी इन बातों को संघ ने खारिज करते हुए इसे गुरुजी का निजी विचार बताया है।