ट्रक से 1000 किलो चांदी लूटी
देवास जिले के कंजर समुदाय के लोग, जो हाईवे पर चलते ट्रकों से माल उड़ा लेते हैं। हाल ही में इन्होंने गुजरात की एक फर्म के ट्रक से 1000 किलो चांदी लूटी थी। कुछ महीनों पहले इन्हीं कंजरों ने 15 करोड़ रुपए कीमत के मोबाइल से भरा एक ट्रक अगवा कर लिया था। इन कंजरों के डेरे इंदौर से 35 किमी दूर आगरा-मुंबई हाईवे पर देवास जिले में हैं। देवास में कुल 11 डेरे हैं। सबसे अधिक वारदात के लिए कुख्यात टोंककला और चिड़ावद डेरे हैं।
हाईवे से सटे दोनों डेरे में रह रहे कंजर अंधेरा होते ही वाहनों में चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देने सक्रिय हो जाते हैं। लूट-डकैती के लिए कुख्यात इन्हीं कंजर डेरों से दैनिक भास्कर की पड़ताल में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। ये चोरी-लूट का माल इंदौर, भोपाल के अलावा पूर्वोत्तर के राज्यों में भी बेचते हैं।
गुजरात में 1696 किलो चांदी और इमिटेशन ज्वेलरी लूट कांड में भी इन्हीं दोनों डेरों में रह रहे सात आरोपियों के नाम सामने आए हैं। गुजरात और देवास की पुलिस पिछले महीने भर से इन आरोपियों की तलाश में जुटी है। लूट का माल घर में छिपाने वाले दंपती पीपलरावा क्षेत्र के चौबाराधीरा गांव निवासी जितेंद्र चौहान और उसकी पत्नी बबीता को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनके घर के बरामदे से 75 किलो चांदी और 6 किलो इमिटेशन ज्वेलरी जब्त की गई है। दोनों ने इसे जमीन में गड्ढा खोदकर गाड़ दी थी।