राजनीति में वही दुश्मन बनता है जो सबसे करीब होता है
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा को इन दिनों पार्टी के भीतर चल रही जंग का भी सामना करना पड़ रहा है। ये जंग भाजपा कार्यकर्ता बनाम प्रदेश सरकार के मंत्री और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच है। बात एंटी इंकंबेंसी और कार्यकर्ताओं में नाराजगी से कहीं आगे पहुंच चुकी है। मालवा-निमाड़ में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के निशाने पर अपनी ही सरकार के तीन मंत्री हैं। राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, मोहन यादव और हरदीपसिंह डंग को जिस तरह जूझना पड़ रहा है उसने कई वरिष्ठ मंत्रियों की नींद उड़ा दी है। कार्यकर्ता और पदाधिकारी न सिर्फ जुबानी हमले कर रहे हैं वरन दस्तावेजी सबूत और वीडियो जुटाकर संगठन को भी भेज रहे हैं। बात यहीं तक रहती तो भी ठीक था लेकिन असंतुष्टों की इंटरनेट मीडिया टीम इस सामग्री को जिस तरह से लोगों के बीच प्रचारित और प्रसारित कर रही है उसके बाद ये नेता यही कह रहे हैं राजनीति में जो सबसे करीब होता है वही सबसे गहरा वार कर जाता है।